खरीदी हुई कॊई दासी दिख रही है,
तॆरी हँसी में भी एक उदासी दिख रही है,
कल बनॆगी यही मुहब्बत जानलॆवा,
जो खलिश आज ज़रा सी दिख रही है,
अशर्फियों कि सॊह्बत में रहकर,
तॆरी हर एक अदा सियासी दिख रही है,
अगर सच है खुदा लुटाता है मुहब्बत,
हर रूह फिर क्यों प्यासी दिख रही है,
आदमी मैं इतना अच्छा तॊ न था,
मॆरी मौत पर भीड़ खासी दिख रही है...
-ॠतेश त्रिपाठी
11/11/06
विकास का मॉडल क्या होता है इसके बारे में आइये कुछ सरल भाषा में बात कर लें।
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*विकास का मतलब ?*
और भी अमीर हो जाना ।
*अमीर हो जाना मतलब ?*
मतलब हमारे पास हर चीज़ का ज़्यादा हो जाना।
*मतलब पैसा ज़्यादा ,ज़मीन ज़्यादा, मकान ज़्यादा हो जा...
6 years ago
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